अरब सागर में आ रहे चक्रवात बिपरजॉय को लेकर गुजरात के सभी तटीय जिलों में प्रशासन अलर्ट पर है। इसके मंगलवार या बुधवार तक गुजरात के तट पर पहुंचने की संभावना है। इसके चलते जामनगर और द्वारका में अलर्ट जारी कर दिया गया है।तूफान के चलते सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात में सोमवार से गुरुवार तक तेज बारिश की संभावना व्यक्त की गई है। सोमवार से गुजरात के तटीय इलाकों में 70 से 80 किमी/घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चल सकती हैं।IMD ने गुजरात, केरल, कर्नाटक और लक्षद्वीप में मछुआरों को समुद्र में जाने से मना किया गया है। गुजरात के वलसाड में तीथल बीच को 14 जून तक के लिए बंद कर दिया गया है। इसके साथ ही कर्नाटक, गोवा और महाराष्ट्र में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।गिर-सोमनाथ में रविवार सुबह से ही बारिश हो रही है।जीरो कैजुअल्टी के लक्ष्य के साथ प्रशासन तैयार है.सुरक्षा तैयारियों को लेकर शनिवार को इंचार्ज जिला कलेक्टर बीके वसावा ने समीक्षा बैठक की। अगर तूफान का असर होता है तो वसावा ने बताया कि जीरो कैजुअल्टी के लक्ष्य के साथ प्रशासन तैयार है। उन्होंने कहा कि तूफान के असर से रविवार को 35 से 40 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा चलेगी।
बिजली कंपनी को भी तैयार रहने को कहा गया 12 और 13 मई को हवा की रफ्तार 70 से 80 किमी प्रतिघंटे हो सकती है। सूरत के समुद्र तटों पर किसी भी प्रकार की स्थिति से निपटने के लिए तैयारी कर ली गई है। तेज हवा के कारण बिजली के खंभे गिरने या अन्य नुकसान होने की स्थिति में दक्षिण गुजरात बिजली कंपनी तैयार रहने को कहा गया है।आवश्यक सेवाओं से संबंधित विभागों की टीम स्टैंडबाय परजरूरी सेवा के अधिकारियों को तैयार रहने को कहा गया है। पीने का पानी, बिजली, दूरसंचार जैसी आवश्यक सेवाओं से संबंधित विभागों की टीम स्टैंडबाय पर रखी गई हैं। कलेक्टर ने बताया कि तहसील के अधिकारी तटीय क्षेत्रों का दौरा कर मॉनिटरिंग कर रहे हैं। हजीरा-घोघा रो रो फेरी सर्विस पूरी तरह से बंद कर दी गई है।मछुआरों को समुद्र से बाहर बुला लिया गया है। समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। सुवाली, डूमस सहित सभी बीच बंद कर दिए गए हैं। सिविल अस्पातल में अलग से वार्ड तैयार किया गया है। मरीन पुलिस ने भी तटीय गांवों के लोगों के साथ बैठक की।केरल के बाद मानसून तेजी से आगे बढ़ रहा है। उधर, साउथ तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में मानसूनी बारिश शुरू हो गई। मानसून अगले दो दिनों में पूरे तमिलनाडु और नॉर्थ ईस्ट के राज्यों को कवर कर लेगा।IMD के अनुसार, मानसून 10 जून तक दक्षिण से बढ़ते हुए महाराष्ट्र पहुंचेगा। फिर पूर्वोत्तर के राज्यों को कवर कर पश्चिम बंगाल से बिहार की तरफ बढ़ेगा। 15 जून तक मानसून की वजह से गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड और पूरे बिहार में बारिश शुरू हो जाएगी।