Breaking
Sun. Dec 22nd, 2024

गुजरात सूरत में हर साल की तरह इस साल भी करोड़ों रुपए के फाफड़े और जलेबी सुरतियां खजाएगे

गुजरात में सूरत शहर में पिछले दो-तीन वर्षों से दशहरे से पहले बारिश का मौसम रहता है और कभी-कभी बारिश भी हो जाती है। इस बार भी कल सूरत में ऐसी बारिश हुई मानो मानसून हो. दशहरे से पहले बारिश के कारण सूरत में जिंदा फाफड़ा की जगह फाफड़ा पैक करने का चलन शुरू हो गया है. इसके चलते कुछ जगहों पर प्लास्टिक या गत्ते के डिब्बे बेचे जा रहे हैं तो कुछ जगहों पर प्लास्टिक की थैलियों में पैक करके फेफड़ा बेचा जा रहा है।

गुजरात में सूरत शहर में पिछले दो-तीन वर्षों से दशहरे से पहले बारिश का मौसम रहता है और कभी-कभी बारिश भी हो जाती है। इस बार भी कल सूरत में ऐसी बारिश हुई मानो मानसून हो. दशहरे से पहले बारिश के कारण सूरत में जिंदा फाफड़ा की जगह फाफड़ा पैक करने का चलन शुरू हो गया है. इसके चलते कुछ जगहों पर प्लास्टिक या गत्ते के डिब्बे बेचे जा रहे हैं तो कुछ जगहों पर प्लास्टिक की थैलियों में पैक करके फाफड़ा बेचा जा रहा है।

प्लास्टिक के डिब्बों में फाफड़ा पैक कर बेचने वाले शैलेश पटेल कहते हैं, पिछले कई सालों से बारिश के कारण बारिश से उमस रहती है। इसलिए फाफड़ा खुले और पैक होने पर अक्सर फाफड़ा फूलने की शिकायत रहती थी। इसलिए प्लास्टिक कंटेनर में पैक करके ग्राहकों को देने से ग्राहकों के साथ-साथ व्यापारियों का समय भी बचता है और लंग्स टूटने का खतरा भी नहीं रहता है। अब लोग फाफड़ा जलेबी पैक की भी मांग कर रहे हैं.

Related Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *