जी हां गुजरात के सूरत शहर में ऐसा ही एक किस्सा सामने आया है क्यों सूरत पुलिस अपराधी को पकड़ने में ना कामयाब है सूरज शहर का इतिहास रहा है कि बड़े से बड़ा अपराध करने वाला अपराधी को बहुत ही कम समय में गिरफ्तार करके कड़क से कड़क सजा दिलवाई है और आपको बता दे की बात करें बलात्कारी अपराधी की योग की तो पुलिस ने कम से कम दिनों में चार सीट दाखल करके फास्ट्रेक कोर्ट में कैसे चलाहकार बलात्कारियों को फांसी के फंदे तक पहुंचा है और पीड़िता को नाय दिलाया है तो फिर इस बार क्यों सूरत पुलिस बलात्कार के आरोपी को पकड़ने में काम्या क्यू नहीं हुई है तो चलिए आपको बता दे की बलात्कारी वांटेड आरोपी और कोई नहीं बल्कि सूरत शहर के पुलिस विभाग का पुलिस कर्मी ही हैां एक रक्षक ही भक्षक बन गया है सूरत के डिंडोली पुलिस थाना में रंजीत मोरी नाम के पुलिसकर्मी के खिलाफ बलात्कार के शिकायत दर्ज कराई गई इसके बाद पुलिस विभाग में सनसनी फैल गई
लेकीन FIR होने के बावजूद अपराधी पुलिसकर्मी रंजीत मोरी खुलेआम पुलिस थाना में आता जाता रहा किसी भी पुलिस ने बलात्कारी के आरोप में घूम रहे अपराधी को गिरफ्तार नहीं किया जब मीडिया में यह खबर फैली तब जाकर सूरत शहर पुलिस कमिश्नर ने आरोपी रणजीत मोरी को पुलिस की गरीमा बचाने के लिए निलंबित कर दिया लेकिन उसे गिरफ्तार नहीं किया बल्कि उसे फराह होने का मौका दिया गया ।आम जनता का कहना है की अपराधी एक पुलिसकर्मी है इसलिए पुलिस ने एक खेल रचा है क्योंकि सूरत शहर पुलिस का एक इतिहास रहा है की बड़े से बड़ा अपराध करने वाले अपराधियों को देश के कोने से भी ढूंढ कर गिरफ्तार किया है तो फिर आखिर बलात्कार के अपराधिक को क्यों FIR के बाद भी गिरफ्तार नहीं किया गया ? उसे भगाने का मौका क्यू दिया गया? क्या सूरत पुलिस को नहीं पता है कि अपराधी रंजीत मोरी कहां है?अगर नहीं पता है तो क्या पुलिस पता नहीं लगा सकती?या फिर सूरत पुलिस पता लगा नहीं चाहती चाहे कोई भी अपराधी हो अपराध अपराध होता है
बलात्कार के अपराध में घूम रहा वांटेड आरोपी रणजीत मोरी ने कोर्ट में अपनी जामिन मंजूर करने की अपील की थी लेकिन कोर्ट ने बलात्कार के आरोपी रंजीत मोरी को जामिन नहीं दी। तो क्या फिर पुलिस नहीं जानती की अपराधी कहां छुपा है क्या पुलिस रंजीत मोरी का एड्रेस नहीं पाता लगा सकती है अपराधी रंजीत मोरी कोर्ट में जामिन करने के लिए वकील से संपर्क करके कार्रवाई करवा सकता है तो क्या पुलिस अपराधी को नहीं पकड़ सकती यह पकड़ना चाहती नहीं है पुलिसकर्मी होने के कारण पुलिस इस केस में ज्यादा मेहनत करना नहीं चाहती है लेकिन एक बार उसे पीड़िता के बारे में सोचे जिस के साथ ए हादसा हुआ है। उसपर कया गुजरी होगी क्या उस पीड़िता को पुलिस न्याय नहीं दिलाएगी या यूं ही अपराधी रंजीत मोरी को खुला को मैदान देती रहेगी यह तो आने वाला वक्त बताएगा