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गुजरात के वडोदरा की हरणी लेक तालाब में डुबनेसे 12 स्कूली बच्चों और दो टीचर्स की मौत

गुजरात के वडोदरा की हरणी लेक में गुरुवार (18 जनवरी) को नाव पलटने के हादसे में 12 स्कूली बच्चों और दो टीचर्स की मौत हो गई। शहर के अजवा रोड पर रहने वाले परिवार ने इस हादसे में अपने दो बच्चों को खो दिया। बच्चे एक बेटा और एक बेटी को खो दिया है।इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, पीड़ित परिवार ने बताया कि बेटी तीसरी थर्ड क्लास में पढ़ती थी और बेटा सेकेंड क्लास में था। बच्चों के पिता घटना के दौरान ब्रिटेन में थे। बच्चों की मौत की खबर पाकर वे वडोदरा के लिए रवाना हो गए हैं।पीड़ित परिवार के सदस्यों के मुताबिक, शादी के 17 साल तक दंपती को संतान नहीं हुई थी। इसके बाद एक बेटा और एक बेटी हुए। अब उनकी भी मौत हो गई है। हादसे के बाद दोनों बच्चों को अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।पैनीगेट मस्जिद के मौलवी मुफ्ती इमरान ने कहा कि बच्चों का पोस्टमॉर्टम किया जा चुका है। पिता के आने के बाद बच्चों का अंतिम संस्कार किया जाएगा।बच्चे जिस स्कूल में पढ़ते थे उसका नाम न्यू सनराइज स्कूल है। इसे नेविल वाडिया संचालिक करता है। नेविल को क्रिकेट का बहुत शौक है। वाडिया के नाम सबसे ज्यादा उम्र में शतक बनाने का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड है। स्कूल की वेबसाइट पर वाडिया की गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल, आणंद से बीजेपी सांसद मितेश पटेल संग की तस्वीरें मौजूद हैं।

गुजरात के वडोदरा में बोट हादसे की घटना में लेक का मेंटनेंस करने वाले 18 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने दो को गिरफ्तार किया है। हरणी लेक का मुख्य ठेकेदार परेश शाह फरार है। वडोदरा पुलिस कमिश्नर ने हादसे की जांच के लिए SIT का गठन किया है। इसमें 7 पुलिस अधिकारी शामिल हैं।मामले में वडोदरा कॉर्पोरेशन में कार्यकारी अभियंता राजेश चौहान ने मेसर्स कोटिया प्रोजेक्ट के प्रबंधकों के खिलाफ भी FIR दर्ज करवाई है। शिकायत में कहा गया है कि हरणी लेक जोन में काम का वर्क ऑर्डर 2017 से मेसर्स कोटिया प्रोजेक्ट के पास है। प्रोजेक्ट में लेक में बोटिंग से लेकर भोजन-पेय, बैंक्वेट हॉल जैसी सभी सुविधाओं की जिम्मेदारी मेसर्स कोटिया के जिम्मे थी। इस तरह हादसे का जिम्मेदार मेसर्स कोटिया प्रोजेक्ट के प्रबंधक भी हैं।उधर, FIR को लेकर पुलिस की लापरवाही भी सामने आई है। FIR में लेक का मेंटेनेंस करने वाले कोटिया प्रोजेक्ट्स के प्रबंधक बीनीत कोटिया और हितेश कोटिया का नाम दर्ज है। लेकिन FIR में पुलिस ने इनके बंगले का एड्रेस गलत लिखा है। FIR में दर्ज पते वाला नीलकंठ बंगला 2021 में ही बिक गया था। बंगले में कोई और रह रहा है। इनमें से आरोपी नंबर 2 हितेश कोटिया की कोरोना से मौत हो चुकी है।

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