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गुजरात :सूरत में एडवोकेट मेहुल बोघरा पर एक बार फिर पुलिसकर्मी का हमला

  • गुजरात के सूरत में लंबे समय से स्थानीय पुलिस के चुनौती बने एडवोकेट मेहुल बोघरा एक बार फिर सुर्खियों में हैं। आरोप है कि वकालत के साथ-साथ ट्रैफिक एक्टिविस्ट के तौर काम करने वाले मेहुल बोघरा ने रविवार की सुबह परवत पाटिया BRTS के पास एक ब्लैक शीशे वाली बिना नंबर की कार देखी तो उसका वीडियो बनाया और अंदर बैठे पुलिसकर्मी को बाहर आने के लिए कहा। ड्राइवर के बाहर नहीं निकलने पर जब मेहुल बोघरा ने अपनो फेसबुक लाइव जारी रखा तो पुलिसकर्मी वालजी हादिया ने बाहर आकर बदसलूकी की। इतना ही नहीं मेहुल बोघरा से मोबाइल छीनने की कोशिश की। आरोप हैं कि पुलिसकर्मी ने हमला भी किया। बोघरा का आरोप है कि यह सब पुलिस की मौजूदगी में हुआ।
  • ट्रैफिक एक्टीविस्ट मेहुल बोघरा के अनुसार वह रविवार दोपहर में वीआर मॉल जा रहे थे। उसी समय पर परवत पाटिया पर एक सफेद रंग की कार दिखी। जिसमें नंबर प्लेट नहीं थी। गाड़ी के शीशे भी काले थे। गाड़ी की डैशबोर्ड पर पुलिस की तख्ती रखी हुई थी। पुलिस ने शुरुआत में कार्रवाई करने में हीलाहवाली की। बाद में जब भीड़ क दबाव बढ़ तो पुणागाम थाने में मामला दर्ज किया। गया। पुलिस ने मेहुल बोघरा के खिलाफ भी केस दर्ज किया है। मीडिया से बातचीत में पुणागाम थाना प्रभारी एमसी नायक ने कहा कि दोनों पक्षों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। जांच में जो तथ्य सामने आएंगे। उसके हिसाब से कार्रवाई की जाएगी।पेशे से एडवोकेट मेहुल बोघरा एक ट्रैफिक एक्टिविस्ट हैं। वे यातायात नियमों का उल्लंघन किए जाने पर फेसबुक लाइव कर देते हैं। कई बार वह पुलिस की भी पोल खुले चुके हैं। कुछ दिनों पहले उन्होंने एक वीडियो दिखाया था कि पुलिस की जिस गाड़ी से ओवरस्पीड के चलान काटे जा रहे थे। उसे गाड़ी के कागज पूरे नहीं थे। वे पुलिस के द्वार नियम-कानून तोड़े जाने पर मुखर रहे हैं। मेहुल बोघरा के इस अंदाज ने उन्हें लोगों का जहां हीरो बना दिया है, तो वहीं वह नियमों को ठेंगा दिखाकर गलत काम करने वाले पुलिसकर्मी के लिए किसी खौफ से कम नहीं है।
  • दो साल पहले मेहुल बोघरा तब सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने टीआरबी जवानों के साथ उनका एक वीडियाे वायरल हुआ था। इसमें साजन भरवाड नाम TRB जवान ने मेहुल बोघरा पर हमला किया था। यह घटना तब पूरे गुजरात में चर्चा का विषय बन गई थी। मेहुल बोघरा ने 2015-18 के बीच वडोदरा की एम एस यूनिवर्सिटी से लॉ की डिग्री ली है। मेहुल बोघरा ने कोराेना के समय पर रेमडेसिविर इंजेक्शन की बिक्री सही से होने का मुद्दा उठाया था। मेहुल बोघरा ने कालाबाजारी और ओवर प्राइसिंग के खिलाफ तक मोर्चा खोला था। मेहुल बोघरा सूरत कोर्ट में वकालत करते हैं। वह अपने वीडियो में कहते आए हैं। उनकी मुहिम भ्रष्ट पुलिसकर्मियों और भ्रष्टाचार के खिलाफ है। उनके निशाने पर ऐसे पुलिसकर्मी है जो खाकी को शर्मसार करते हैं।

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