अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन पर इस्लामिक देशों के संगठन OIC ने आलोचना की है. 57 देशों के समूह ने कहा है कि जिस प्रकार से सैकड़ों साल पुरानी बाबरी मस्जिद को ढहाकर ये मंदिर बनाया गया है.वह इस पर अपनी गहरी चिंता व्यक्त करता है. ओआईसी कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि भारत के शहर अयोध्या में पहले से ध्वस्त बाबरी मस्जिद के स्थान पर राम मंदिर का निर्माण और उद्घाटन चिंताजनक है.इस्लामिक देशों के संगठन का यह बयान पाक के उस बयान से समानता रखता है जिसमें पाक विदेश मंत्रालय ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह की निंदा की थी. पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा था कि अयोध्या में 500 साल पुरानी मस्जिद को ढहाकर मंदिर का निर्माण करना भारत के लोकतंत्र पर गहरा धब्बा है.साल 1992 में कट्टरपंथियों की भीड़ ने पहले बाबरी मस्जिद को तोड़ा फिर उसी जगह पर मंदिर बनाया गया है. इससे साफ है कि निकट भविष्य में भारत में मुस्लिमों के धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया जा सकता है.अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद हुआ है. साल1992 में इस जगह पर करीब 500 साल पुरानी बाबरी मस्जिद को गिरा दिया गया था. 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने विवादित जमीन का फैसला मंदिर के पक्ष में सुनाया था. इस घटना की पूरी दुनिया में खासी चर्चा हुई है. राम लला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में पीएम मोदी, सीएम योगी सहित देश की तमाम हस्तियां मौजूद थीं.