उत्तराखंड में हल्द्वानी नगर निगम ने शहर में बने एक मदरसे को गुरुवार 8 फरवरी को बुलडोजर से गिरा दिया। यहां नमाज पढ़ने के लिए भी एक बिल्डिंग बनाई जा रही थी, उसे भी गिरा दिया गया। इससे गुस्साए लोगों ने नगर निगम की टीम पर हमला कर दिया।उपद्रवियों ने बनभूलपुरा थाने को चारों ओर से घेरकर पथराव किया। कई गाड़ियों को जला दिया। ट्रांसफार्मर में भी आग लगा दी, इससे इलाके में बिजली सप्लाई ठप हो गई। हिंसा में 4 लोगों की मौत हो गई, 300 पुलिसकर्मी-निगम कर्मचारी घायल हैं। डीएम वंदना सिंह ने वनभूलपुरा में कर्फ्यू लगा दिया है और दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए हैं। आज (9 फरवरी) स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे।
सुरक्षा के लिहाज से पैरामिलिट्री की 4 तो पीएसी की 2 कंपनियां तैनात की गई हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा- अतिक्रमण कोर्ट के आदेश पर हटाया गया है। जिन लोगों ने हमला और आगजनी की है उनकी पहचान कर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।बवालियों ने मदरसा ढहाने वाले बुलडोजर में भी तोड़फोड़ की। पथराव में SDM, पुलिस-निगमकर्मी, पत्रकार चोटिल हुए। पुलिस ने हवाई फायरिंग की और आंसू गैस के गोले छोड़कर उपद्रवियों को खदेड़ा।नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय ने बताया- मदरसा और नमाज वाली जगह पूरी तरह अवैध है। नगर निगम ने तीन एकड़ जमीन को कब्जा मुक्त कराकरमदरसे और नमाज स्थल को सील किया था। गुरुवार को इसे ध्वस्त किया गया।इधर, हल्द्वानी मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक के साथ पुलिस, इंटेलिजेंस के अन्य सीनियर ऑफिसर के साथ हालात की समीक्षा की। लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। अराजक तत्वों से सख्ती से निपटने के निर्देश भी दिए।
उपद्रवियों ने गाड़ियों में भी आग लगा दी।
उपद्रवियों ने गाड़ियों में भी आग लगा दी।
मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव-DGP के साथ बैठक की
बवाल के बाद अब शहर में भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है. जिले के अधिकारी वंदना सिंह ने कहा कि थाने में मौजूद अफसरों को जिंदा जलाने की कोशिश की गई. 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. पुलिस के मुताबिक, शहर में उपद्रव मचाने वाले असामाजिक तत्वों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए हैं.उत्तराखंड के हल्द्वानी शहर में गुरुवार शाम हिंसा उपद्रवियों ने जमकर तांडव मचाया. थाने के बाहर खड़ी पुलिस की गाड़ियों और बाइकों को आग के हवाले कर दिया. थाने के अंदर जो पुलिसकर्मी मौजूद थे, उन्हें पीटा गया. थाने पर पथराव और पेट्रोल बम से भी हमला किया गया. हालांकि, बवाल के बाद अब शहर में भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है. जिले के अधिकारी वंदना सिंह ने कहा कि थाने में मौजूद अफसरों को जिंदा जलाने की कोशिश की गई. 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. पुलिस के मुताबिक, शहर में उपद्रव मचाने वाले असामाजिक तत्वों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए हैं.
डीएम वंदना सिंह ने बताया कि थाने के पास भीड़ जमा थी. किसी भी पुलिसकर्मी ने भीड़ से कोई विवाद नहीं किया. बावजूद उपद्रवियों ने थाने के अंदर पुलिसकर्मियों से मारपीट की और बाहर खड़ी वाहनों को आग के हवाले कर दिया. डीएम ने कहा कि कोर्ट के आदेश पर शहर में बने अवैध मदरसे को बुलडोजर से हटाया जा रहा था. इस दौरान भीड़ उग्र हो गई. इसके बाद भीड़ ने पुलिस के थाने पर हमला कर दिया. अतिक्रमण हटाओ टीम पर भी पथराव किया गया. मकान और दुकानों पर भी पत्थर फेंके गए. अतिक्रमण हटाने के आधे घंटे बाद शहर में हिंसा की घटना हुई.डीएम वंदना सिंह ने कहा कि हल्द्वानी में कोर्ट के आदेश पर पिछले 15-20 दिनों से अवैध अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. अतिक्रमण को हटाने के लिए टास्क फोर्स का गठन किया गया है. हल्द्वानी शहर के सड़कों से अतिक्रमण हटाकर चौराहों के चौड़ीकरण का काम किया जा रहा है. इस संबंध में अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए हैं. इससे पहले इस संबंध में अतिक्रमणकारियों को नोटिस जारी किया गया था. सभी लोगों की समस्याओं को सुनकर हल निकालने की कोशिश की गई थी.