सूरतके कतारगाम पुलिस स्टेशन से महज 500 मीटर की दूरी पर. 27 फरवरी को 8 करोड़ रुपये की डकैती हुई थी. इस लूट में इस्तेमाल की गई कार को पुलिस ने अल्लपाड़ के कनाल गांव से बरामद कर लिया है. इस मामले में हैरान करने वाली बात ये है कि शिकायत में रातों-रात 8 करोड़ की जगह 1 करोड़ की लूट की बात सामने आई है. जिससे कई सवाल खड़े हो गए हैं.प्राप्त जानकारी के अनुसार, राजकोट के जेतपुर तालुक के डेडरवा गांव के मूल निवासी और वर्तमान में सूरत में वेड रोड पर तुलसी रेजीडेंसी के बगल में कृष्णा आर्केड में रहने वाले 48 वर्षीय किशोरभाई धीरजभाई दुधात सहजानंद टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड में काम करते हैं। एक कंपनी जो हीरा उद्योग के लिए स्पेयर पार्ट्स बनाती है। कल, मंगलवार को, किशोरभाई ने कटारगाम पुलिस स्टेशन में 1 करोड़ रुपये नकद और 4.50 लाख रुपये की कार सहित 1.04 करोड़ रुपये की डकैती की शिकायत दर्ज कराई।
किशोरभाई ने शिकायत में कहा कि कंपनी के 4 कर्मचारियों ने कतारगाम स्थित सेफ लॉकर से नकदी निकाली और उसे महिधरपुरा सेफ में जमा करने के लिए कंपनी की इको कार (जी.जे.05.बीटी. 5619) में रवाना हुए। तभी 35 से 40 साल का एक अज्ञात एसाम बाल गृह में आया और खुद को आयकर अधिकारी बताया और कार में बैठ गया. इस अज्ञात व्यक्ति ने ड्राइवर पर बंदूक तान दी और उसे कार चलाने के लिए कहा, उसका अपहरण कर लिया और रामकथा रोड से वरियाव ब्रिज नाका तक ले गया, चारों लोगों को कार से उतार दिया और इको कार लेकर भाग गया।इस घटना से पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गयी. साथ ही पुलिस भी दौड़ रही थी. इस बीच, लूट में प्रयुक्त कार अल्लपाड़ के कनाड़ गांव की नहर से बरामद कर ली गयी है. इस मामले में डीसीपी पिनाकिन परमार ने कहा कि शिकायतकर्ता के बयान के अनुसार, पुलिस ने जांच करते हुए अगली सुबह सूरत जिले के ऑलपाड तालुका के कनाड गांव की नहर रोड पर वह कार ढूंढ ली, जिसमें चोरी और लूट की गई थी। साथ ही कार के अंदर खाली बैग भी मिले.डीसीपी पिनाकिन परमार ने आगे कहा कि शिकायतकर्ता के मुताबिक, आरोपी ने खुद को इनकम टैक्स अधिकारी बताया था. साथ ही इसी वजह से शिकायतकर्ता ने उसे अपनी कार में बैठने की इजाजत दे दी. लेकिन पुलिस की जांच अभी भी जारी है. साथ ही शिकायतकर्ता से भी गहनता से पूछताछ की जा रही है।
पहले खबर आई थी कि इस डकैती में 8 करोड़ रुपये लूटे गए हैं. शिकायतकर्ता पुलिस को बता रहा था कि 8 करोड़ रुपये की लूट हुई है. लेकिन अगले ही दिन पुलिस की किताब में 1,04,70,000 रुपये नकद, कार और मोबाइल मिलने की शिकायत सामने आने से कई सवाल उठ रहे हैं. इस संबंध में डीसीपी परमार ने कहा कि शिकायतकर्ता द्वारा दी गई शिकायत के अनुसार हमने शिकायत ले ली है. 8 करोड़ की डकैती सिर्फ मीडिया की कहानी है.8 करोड़ की लूट के ब्यौरे के मुताबिक पता चला है कि लूटी गई रकम अवैध क्रिप्टो करेंसी से हासिल की गई थी. इस संबंध में शिकायतकर्ता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है कि 8 करोड़ की जगह सिर्फ एक करोड़ रुपये की लूट हुई है. इस बारे में डीसीपी पिनाकिन परमार से पूछने पर उन्होंने कहा कि वह भी पुलिस जांच कराएंगे और जांच में जो सामने आएगा उसके मुताबिक कार्रवाई की जाएगी. लेकिन अब पुलिस की प्राथमिकता इस अपराध को सुलझाना है जिसके लिए वो लगातार प्रयास कर रही है.