गुजरात सरकार का नया नियम शैक्षणिक सत्र 2023-24 से लागू होने जा रहा है। इस नियम के तहत जिन बच्चों की उम्र 1 जून को 6 वर्ष पूरी हो चुकी होगी, उन्हीं को कक्षा 1 में प्रवेश दिया जाएगा। इस नियम को 3 साल तक वैकल्पिक किया गया था। लेकिन अब नए सत्र से यह लागू हो जाएगा। इस नियम से सैकड़ों बच्चों का एक साल बर्बाद हो सकता है।नया सत्र शुरू होने में अभी 2 महीने बाकी हैं। ऐसे में कई अभिभावकों की चिंता बढ़ गई है, क्योंकि उनके बच्चों की उम्र 1 जून 2023 को 6 वर्ष नहीं हो रही है। दिक्कत यह है कि अगर 6 वर्ष पूरे होने में एक दिन या एक महीना भी बाकी रहेगा तो प्रवेश नहीं मिलेगा। ऐसे मामलों में भी शिक्षा विभाग ने अभी तक किसी छूट की घोषणा नहीं की है।
इस नियम की घोषणा 3 वर्ष पहले ही कर दी गई थी, लागू अब किया जा रहा है।नियम का उल्लंघन करने वाले स्कूलों के खिलाफ होगी कार्रवाईशिक्षा विभाग ने स्कूलों को नए सत्र से कक्षा 1 में प्रवेश के लिए 6 वर्ष की उम्र सीमा के नियम का कड़ाई से पालन करने को कहा है। ऐसा नहीं करने वाले स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी है। यह नियम पहली बार शैक्षणिक सत्र 2023-24 में लागू किया जाएगा। इस नियम की घोषणा 3 वर्ष पहले ही कर दी गई थी, लागू अब किया जा रहा है। अभिभावक इस नियम में छूट देने का इंतजार कर रहे हैं। स्कूल संचालकों के मुताबिक बहुत से बच्चे प्रवेश लेने से वंचित रह सकते हैं।
इससे पहले कक्षा 1 में प्रवेश लेने के लिए उम्र सीमा 5 वर्ष रखी गई थी। इस नियम के तहत जिस बच्चे की उम्र 1 जून को 5 वर्ष पूरी होती थी उसे प्रवेश दे दिया जाता था। इस नियम में यह छूट दी गई थी कि 1 जून को जिस बच्चे की 5 वर्ष की उम्र पूरी होने में 30 दिन बाकी हैं, उन्हें भी मंजूरी के साथ प्रवेश दिया जा सकता था। नए नियम के तहत ऐसी कोई छूट नहीं दी गई है।नए नियम के तहत शहर के ऐसे सैकड़ों बच्चों की पढ़ाई खराब होने का अंदेशा है, जिन्होंने सीनियर केजी की पढ़ाई पूरी कर ली है। लगभग सभी स्कूलों में प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। कई बच्चों की उम्र 1 जून 2023 को 6 वर्ष पूरी नहीं हो रही, लेकिन जुलाई या अगस्त में पूरी हो जाएगी। ऐसे बच्चों को कक्षा 1 में प्रवेश लेने के लिए 1 वर्ष का इंतजार करना पड़ेगा। अदि बोर्ड उम्र सीमा में 1 या 2 महीने की छूट देता है तो बच्चों का एक साल बर्बाद होने से बच जाएगा।