संसद की नई बिल्डिंग के सामने पुलिस और धरना दे रहे पहलवानों के बीच झड़प हो गई। संसद की तरफ जाने के लिए पहलवानों ने बैरिकेड्स लांघे। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की,जिसमें पहलवानों और पुलिस के बीच झड़प हुई। इसके बाद पुलिस ने पहलवानों को हिरासत में ले लिया और धरना स्थल पर लगे टेंट और कुर्सी हटा दिए। दरअसल, 34 दिन से जंतर-मंतर पर धरना दे रहे पहलवान रविवार को नई संसद के सामने महिला महापंचायत में शामिल होने जा रहे थे। लेकिन, दिल्ली पुलिस ने इस महापंचायत की अनुमति नहीं दी थी। पहलवानों ने इसके बावजूद महापंचायत का आयोजन किया और संसद की तरफ जाने लगे। तभी पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए बल का प्रयोग किया।
पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा- क्या यह लोकतंत्र है, हम शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं और हमारे साथ ऐसा व्यवहार किया जा रहा है। हमें गोली मार दो। पूनिया ने कहा कि साक्षी मलिक को भी हिरासत में ले लिया गया है।महापंचायत में हरियाणा, यूपी और पंजाब समेत कई राज्यों के किसान शामिल होंगे। इसके चलते दिल्ली पुलिस ने सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर बैरिकेडिंग कर दी है। दिल्ली में 2 मेट्रो स्टेशनों के सभी एंट्री और एग्जिट गेट बंद कर दिए गए हैं। सिंघु बॉर्डर पर एक स्कूल में अस्थाई जेल बना दी गई है।महिला महापंचायत नई संसद के सामने दोपहर में होनी है। किसान नेता कुलदीप खरड़ ने कहा कि जब तक बृजभूषण की गिरफ्तारी नहीं होती तब तक हरियाणा में सभी टोल को फ्री कर दिया गया है। हरियाणा पुलिस ने रविवार सुबह से ही किसानों और महिलाओं की घेराबंदी शुरू कर दी। हिसार, सोनीपत, पानीपत, रोहतक, जींद और अंबाला में खाप प्रतिनिधियों और किसान नेताओं को हिरासत में ले लिया गया है।अंबाला में किसानों की पुलिस से झड़प हो गई। रोहतक के सांपला में पुलिस ने महिलाओं को जबरन उठाकर हिरासत में लिया। कई नेता घरों में नजरबंद किए गए हैं। हरियाणा में सभी टोल प्लाजा पर पुलिस तैनात कर दी गई है। महापंचायत की ओर जाने वालों को हिरासत में लिया जा रहा है।