जम्मू. पाकिस्तान की सेना भारत में घुसपैठ, ड्रग्स और हथियार सप्लाई के लिए नई चाल चल रही है. उसने पीओके (PoK) में रहने वाले गरीब लोगों को घुसपैठ करने पर बड़ा लालच दिया है.लेकिन उनके नाकाम होने पर पाकिस्तानी सेना उन लोगों की हत्या कर रही है. इन घटनाओं के बाद पाकिस्तानी सेना के खिलाफ नागरिकों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि ‘यहां वर्दी ही है दहशतगर्दी’. दरअसल पाकिस्तान सेना, बॉर्डर और भारत में घुसपैठ नाकाम होने से हताश है.
प्रदर्शनकारियों ने कहा है कि पाक सेना, अपने ही देश के गरीब लोगों की हत्या कर रही है. दरअसल, बॉर्डर और LOC पर सुरक्षाबल आतंकियों की घुसपैठ को लगातार नाकाम कर रहे हैं, और इसका गुस्सा पाक सेना ने अपने ही लोगों को गोली मार कर निकाला है. 23 और 24 जून की रात को भारतीय सेना के जवानों ने पुंछ के चक्का दा भाग गुलपुर के उस पार तीन संदिग्ध देखे थे. ये संदिग्ध भारत में घुसपैठ करना चाह रहे थे; जिसके बाद अलर्ट भारतीय जवानों ने उन्हें खदेड़ दिया था. जब इन लोगों ने वापस लौटना शुरू किया तो पाकिस्तान सेना ने गोलियां बरसा दीं. इससे 2 लोगों की मौत हो गई जबकि 2 अन्य घायल हैं.सूत्रों के मुताबिक उन 4 लोगों के पास नशे की खेप और गोला बारूद भी था, जिसे वो साथ लेकर घुसपैठ करने वाले थे. सूत्रों ने बताया कि पुंछ के गूलपुर सेक्टर के उस पार ट्रेनोट और हजीरा में पाकिस्तानी सेना ने आतंकियों के लांचिंग पैड के साथ एक और कैंप भी शुरू किया है जिसमें POJK में रहने वाले कुछ गरीब लोगों को पैसे का लालच देकर भारत में घुसपैठ करने की ट्रेनिंग दी जा रही है.