पुलिस को सूचना मिली कि एक गिरोह भारत में अवैध रूप से प्री-एक्टिवेटेड सिम कार्ड हासिल कर उन्हें दुबई भेजने का काम कर रहा है। इसलिए गिरोह का एक सदस्य दूसरे सदस्य को बड़ी संख्या में सक्रिय सिम कार्ड दुबई भेजने की कोशिश कर रहा है। दोनों सूरत रेलवे स्टेशन पर सिम कार्ड डिलीवर करने के लिए इकट्ठा हुए थे।
सूरत एसओजी ने देश की मोबाइल नेटवर्क कंपनियों के प्री-एक्टिव सिम कार्ड सूरत से दुबई भेजने वाले रैकेट का भंडाफोड़ किया है। सिम कार्ड के साथ दुबई की फ्लाइट में चढ़ने से पहले ही पुलिस ने दोनों लोगों को पकड़ लिया। पुलिस ने इन लोगों के पास से 192 प्रोएक्टिव सिम कार्ड जब्त किए हैं। पुलिस ने इन प्री-एक्टिव सिम कार्ड के विदेश में इस्तेमाल को लेकर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस ने दुबई के मूल निवासी अजय किशोर सोजित्रा और साहद फारूक बगुना को उठाया। उसके पास से एयरटेल कंपनी के कुल 192 एक्टिव कार्ड मिले। अजय से पूछताछ में पता चला कि दुबई में ऑनलाइन गेम खेलने वाली एक चीनी कंपनी भारतीय सिम कार्ड के जरिए भारत में रहने वाले लोगों को ऑनलाइन गेमिंग के नाम पर धोखाधडी करते है। इसलिए ऑर्डर मिलने के बाद उन्होंने सिम कार्ड सूरत में रहने वाले उमेश, रेशमा और केतन नाम के लोगों से संपर्क किया और उन्हें प्री एक्टिव सिम कार्ड का ऑर्डर दिया। इस सिम कार्ड को सहाद फारूक बागूना फ्लाइट से दुबई ले जाने वाला था, लेकिन पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया।