मूसलाधार बारिश ने गुजरात को हिलाकर रख दिया है. भारी बारिश से राज्य के ज्यादातर जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. कई जगहों पर पावर सप्लाई ठप हो गई है. तो कुछ जगहों पर जलभराव की वजह से सड़कें बंद करनी पड़ी हैं. राजकोट के जसदण के कमलापुर गांव में तेज हवा और बारिश के चलते बिजली के 6 खंभे गिर गए हैं. इससे पूरा सूबा अंधेरे में डूब गया है. तेज हवाओं के चलते कई इलाकों में पेड़ गिरने की भी खबरें हैं. पिछले 48 घंटे से हो रही भारी बारिश के चलते पूरा राजकोट शहर मानो टापू बन गया है. 24 घंटों में 10 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है. आजी नदी का रौद्र रूप भी देखने को मिल रहा है. वहीं आणंद के खंभात में दीवार गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई है.
गुजरात में भारी बारिश से बड़े पैमाने पर सड़कें ध्वस्त हो गई हैं. लोगों का आना जाना बाधित हो गया है. आंकड़े के मुताबिक राज्य में भारी बारिश की वजह से 636 सड़कों पर आवाजाही बंद है. यहां तक कि 34 स्टेट हाईवे बंद कर दिए गए हैं. जिसमें खेड़ा 6, आणंद 2, कच्छ 1, वडोदरा 6, नर्मदा 1, पचमहल 4, भरूच 2, दाहोद 2, सूरत 1, वलसाड 1, राजकोट 1, मोरबी 4, सुरेंद्रनगर 3 सड़कें बंद हैं. वहीं पचायत की कुल 557 सड़कों पर आना जाना ठप है. 7 हजार से ज्यादा गांवों की बिजली प्रभावित हुई है.भारी बरसात के चलते कच्छ का समखियाली मालिया हाईवे भी बंद कर दिया गया है. सुरक्षा को देखते हुए इस राष्ट्रीय राजमार्ग पर डायवर्जन की व्यवस्था की गई है. मच्छू बांध से पानी छोड़े जाने की वजह से यह फैसला लिया गया है. प्रशासन ने आम लोगों से अपील की है कि कच्छ-अहमदाबाद जाने के लिए राधनपुर मार्ग को अपनाएं. उन रास्तों पर जाने से बचें, जिनको सुरक्षा के मद्देनजर बंद कर दिया गया है.
इसके अलावा छोटाउदेपुर के पाविजेतपुर के शिहोद में पुल दो भागों में टूट गये हैं. भारज नदी में पानी का तेज बहाव आने से यह पुल टूट गया है. जानकारी के मुताबिक सुखी बांध से पानी छोड़े जाने से नदी का प्रवाह बढ़ा, नेशनल हाईवे-56 पर पुल के खंभे डूब गये. यहां तक कि पास में बना 2.39 करोड़ का डायवर्जन भी बह गया. कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने मौके का मुआयना करके लोगों को आवाजाही न करने की हिदायत दी है.पिछले रविवार से ही हो रही तेज बारिश से गुजरात को फिलहाल राहत नहीं मिल पाई है. राज्य सरकार ने राहत और बचाव के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीम को अलर्ट कर दिया है. मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अधिकारियों को प्रभावित इलाकों से पीड़ित लोगों को ऊंचे स्थानों पर ले जाने का निर्देश दिया है. लेकिन मौसम विभाग के मुताबिक अगले दो दिनों तक गुजरात के लिए अभी और भारी है. सौराष्ट्र कच्छ तटीय क्षेत्र में भारी बारिश की संभावना है